नई दिल्ली, 30 नवंबर (Viraltak Fact Check) : वक्फ संशोधन विधेयक-2024 (Waqf Amendment Bill-2024) को लेकर राजनीतिक दलों में चल रही खींचतान के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। करीब तीन मिनट के वायरल वीडियो में पुलिस प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों पर लाठीचार्ज करती नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पटना में वक्फ संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का है। हालांकि, वायरल तक की जांच में वायरल दावा फर्जी निकला।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया पर अक्सर भ्रामक और फर्जी खबरें शेयर करने वाले एक यूजर ‘ocean jain’ ने पुलिस लाठीचार्ज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बिहार-पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में जूलूस निकाल कर उपद्रव कर रहे समुदाय विशेष के लोग भूल गए की यह लालू और तेजस्वी की सरकार नहीं है। नीतीश कुमार बीजेपी गठबंधन की सरकार है, पुलिस ने पहले तो इन्हें प्यार से समझाया और ये मानने को तैयार न थे तब मजबूरन पुलिस को इनकी जमकर खातिरदारी करनी पड़ी।”
यह पोस्ट 28 नवंबर 2024 को रात 9 बजकर 15 मिनट पर शेयर किया गया था और देखते ही देखते वायरल हो गया। आम यूजर्स को लगने लगा कि यह वाकई हाल-फिलहाल की घटना है, इसलिए समान विचारधारा वाले यूजर्स ने इसे बड़ी संख्या में शेयर करने लगे। इस वीडियो को अब तक साढ़े चार लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और हजारों यूजर्स इसे सच मानकर लाइक, कमेंट और शेयर कर रहे हैं।
h*बिहार- पटना में वक्फ बोर्ड के समर्थन में जूलूस निकाल कर उपद्रव कर रहे समुदाय विशेष के लोग भूल गए की यह लालू और तेजस्वी की सरकार नहीं हैं!*
— ocean jain (@ocjain4) November 28, 2024
*नीतीश कुमार और बीजेपी गठबंधन की सरकार है, पुलिस ने पहले तो इन्हें प्यार से समझाया, और ये मानने को तैयार न थे तब मजबूरन पुलिस को इनकी जमकर… pic.twitter.com/yv1KGqkV6I
क्या है दावे की सच्चाई?
क्या यह वीडियो पटना में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया के दौरान का है? यह जानने के लिए Viraltak फैक्ट चेक टीम ने सबसे पहले गूगल पर कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें हाल फिलहाल में ऐसी किसी घटना से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली।
वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें यह वीडियो ‘टाइम्स ऑफ इंडिया‘ की वेबसाइट पर मिला। यह खबर 28 अगस्त 2015 को प्रकाशित हुई थी। रिपोर्ट में बताया गया था कि यह वीडियो बिहार के पटना शहर में प्रदर्शन कर रहे मदरसा शिक्षकों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज का है। इसमें कई शिक्षक घायल हो गए थे। बताया गया कि बिहार राज्य मदरसा शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षक राज्य सरकार द्वारा पिछले दो साल का बकाया भुगतान न किए जाने के विरोध में पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे थे।
उस समय समाचार एजेंसी एएनआई ने भी अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर इस घटना के बारे में ट्वीट किया था। 27 अगस्त 2015 को किए गए पोस्ट में बताया गया था कि पटना में मदरसा शिक्षकों ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, इस दौरान पुलिस ने शिक्षकों पर लाठीचार्ज भी किया था।
Madarsa teachers protest against state Govt in Patna,lathi charged by Police pic.twitter.com/2Iq1CGA224
— ANI (@ANI) August 27, 2015
जांच में यह भी पता चला कि जिस समय पुलिस ने मदरसा शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया था, उस समय बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की गठबंधन सरकार थी। यानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय महागठबंधन का हिस्सा थे और उपमुख्यमंत्री की कमान तेजस्वी यादव के हाथों में था। आज तक की वेबसाइट पर इससे जुड़ी खबर पढ़ें।
ViralTak Fact Check की जांच में यह साफ हो गया है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2015 का है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर जानबूझकर पुरानी खबरों को गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। ViralTak Fact Check Desk की जांच में वायरल दावा फर्जी निकला।